उत्तरा अक्टूबर -दिसंबर 2017
सम्पादकीय - अक्टूबर-दिसंबर 2017 महिलाओं पर काम का बोझ कन्नड़ प्रगतिशील चिन्तन परम्परा की कड़ी: गौरी लंकेश लड़कियाँ सक्षम हैं अगर कविताएँ मुझसे होकर आना चाहती हैं तो ये रास्ता खुद तलाशेंगी- जसिन्ता एक शिक्षिका की डायरी - 4 लीला देवी के संघर्ष की दास्तान हमारी दुनिया हमारी साझा विरासत- संस्कृति दुकान नहीं, शराब बन्द हो हिंसा व शराब के खिलाफ चुप्पी तोड़ने के लिए संघर्ष तुम्हारा माँ होना- कहानी कविताएँ- जसिन्ता केरकेट्टा वह अनूठा व्यक्ति : बी. मोहन नेगी नदी को बनकर बहते देखने के लिए - यात्रा 3 रंगों की तलाश- कहानी