साहित्य

Sales Girl Story by Gajendra Rawat

सेल्सगर्ल

-गजेन्द्र रावत वे दरवाजे पर हुई खट-खट की दस्तक सुन बड़बड़ाए- ‘आता हूँ भई!’ और कमर के पीछे...

Poem by Prinsha

तुम तो बस तुम हो

-प्रिंशा सिंह किसी और के लिए नहींखुद के लिए जीना सीखो प्यार पाने के लिए मत जियोखुद को...

Story by Shekhar Joshi

छोटे शहर के बड़े लोग

-शेखर जोशी वहां सुबह-सुबह एक आतंककारी दृश्य उपस्थित हो गया था। किसी हिंस्र पशु की तरह वह क्रोध...

Hubnath Poem

एक असभ्य सवाल

-हूबनाथ वे जानना चाहते हैंकि क्या कर रही हैंऔरतेंकिसान आन्दोलन मेंइन्हें बहुत पुरानी आदत हैऔरतों कोघर में देखने...

Poem Ramesh Chandra Pant

जो पृथ्वी थी

रमेश चन्द्र पन्त वह तब्दील हो गई है कंकाल मेंअपने फटे-पुराने वस्त्रों के साथघिसटती रहती है इधर से...

Rajkumar Kumbhaj Poem

आप लड़की हैं भूल जाइए

राजकुमार कुम्भज आप लड़की हैं भूल जाइएभले ही कुछ देर के लिए ही सही भूल जाईएऔर अपने होने...

Story by Trepan Singh Chauhan

मेरा भी कोई होता

–त्रेपन सिंह चौहान आग जलाने के लिए चूल्हे में फूंक मार-मारकर सुशीला की आंखें लाल हो गई थीं।...

Poem Devesh Path Sariya

स्त्रियों को बताया गया

-देवेश पथ सारिया स्त्रियों को बताया गया-‘नर और मादा एक ही गाड़ी के दो पहिए हैं’उन्होंने पूछा कि...