संस्कृति

संस्कृति

मैं म़ाफी माँगता हूँफ़रीद खान सबसे पहले मैं माफी माँगता हूँ हज़रत हौव्वा सेमैंने ही अ़फवाह उड़ाई थी...

कविताएं

अगलाड़ सुरेन्द्र पुण्डीर मेरेअस्तित्व मेंआने से पहले से भीबह रही है अगलाड़मेरे लिए तोसिर्फबहता पानी है अगलाड़1उनके लिएबहुत...

संस्कृति

जड़ें भुवन बिष्ट बेटा,तू भविष्य तलाशने गया था शहरमेरी बुझती आँखों मेंखेतों का वर्तमान गिरवी रखकरविश्वास भरकरकि तू...

नहीं लांघी मैंने रेखाओं की मर्यादा

शेर सिंह बिष्ट ‘भिक्षाम् देहि’सुनकर यही पुकारनिकली कुटिया से बाहरदेने धर्मानुकूल भिक्षाधवलांगी-श्वेताम्बरी सीता-देखा अविचल भावसाधु खड़ा है द्वारपग...