संस्कृति : माई मेरी मैं नि डरना

बुरकी बुरकी बिच मळाया
केड़ा ऐ तू जाप जपाया
फिक्रांदा तू रोणा पा के
क्यों बस मन्नू डराया सखाया
माई मेरी मैं नी डरणा
तेरे वरगा मै नी बणना
रोटी के हर टुकड़े में मिला मिलाकर
तूने ये कैसा जाप जपाया
मेरी फिक्र में रो रोकर
क्यूं मुझे बस डरना सिखाया

मेरी माँ मुझे नहीं डरना
तुझ जैसा मुझे नहीं बनना
डुब डुब जाणा मैं नी तरणा
मैं ता अक्खां बंद कर तुरना
फड़ के जुत्ती हथ बिच खड़ना
मैं ता अक्खाँ बंद कर तुरना

मा नी मेरी मै नी डरना
तेरे वरगा मैं नी बणना
मैं डूब जाऊँ तो डूब जाऊँ मुझे ऐसे तैरना नहीं है
मैं आँखें बंद कर चलती रहूंगी
जूती हाथ में ले खड़ी रहूंगी
मैं आँखें बंदकर चलती रहूंगी

मेरी माँ मुझे नहीं डरना
तुझ जैसा मुझे नहीं बनना

ये काम नहीं है शहरों का
ना रात का ना दोपहरों का
ना खाली खाली सड़कों का
ना खिड़की का ना पर्दों का
कपड़े के नाप के फर्कों का
क्या मर्दों का नामर्दों का
Culture: Mai Meri Main Ni Darna

उन छह मैं शामिल तुम भी थे
ये काम तो है हमदर्दो का

मा नी मेरी मैं नी डरना
तेरे वरगा मैं नी बणना

बाबा ये काम तुम्हारा है
तुम जब जब मुझसे कहते थे
बेटा घर जल्दी आ जाना
किस बात से इतना डरते थे

सामान हूँ चोरी हो जाऊंगी
            महसूस मुझे ये होता था
            हर बार तुम उनको हिम्मत देते
            जब जब मुझको यों रोका था

कुत्तों से भागने वालों की
वो बोटी नोच के खाते हैं
और आँख मिला के देखो तो
पिछवाड़े दुम दबाते हैं

उन छह मैं शामिल तुम भी थे
            ये काम तो है हमदर्दों का
धरम तेरा रब भी डरदा
ओन्ना ज्यूँ ही गल्ला करदा
कैन्दे औरत बौणी होन्दी
घर बिच बैठी सोणी होन्दी
            पंडित मुल्ला बाबा काजी
            दुनिया ऐन्ना खूब नवाजी
            मैं नी एन्ना मत्थे लौणा
            मरके तेरे कोल नी औणा
            रब्बा तेरे कोल नी औणा

डुब डुब जाणा मैं नी तरणा
मैता अक्खाँ बंद कर तुरना
फड़के जुत्ती हथ बिच खड़ना
मैं ता अक्खाँ बंद कर तुरना

तेरा धर्म तेरा भगवान भी डरता
उन्हीं की जैसी बातें करता
कहते हैं औरत का दर्जा छोटा
वो घर की शोभा भर है
Culture: Mai Meri Main Ni Darna

पंडित मुल्ला, बाबा और काजी
दुनिया को इन्होंने बड़ा नवाजा
मैं इनके आगे सिर नहीं झुकाऊंगी
मर के भी तेरे पास नहीं आना

ओ भगवान मुझे तेरे पास नहीं आना
जूती हाथ में ले खड़ी रहूंगी
मैं आँखें बंदकर चलती रहूंगी
मेरी माँ मुझे नहीं डरना
तुझ जैसा मुझे नहीं बनना
ये काम पुलिसिये तेरा है
तेरी सोच है बिल्कुल उन जैसी
नाड़े के अन्दर तेरे भी
एक आम मर्द का डेरा है
अस्मत प्यारी तो घर में बैठ
तू उनके सुर में गाता है
तुम खाते पीते जुर्म के फीते
बूटों में कस कर बाँधे हो
तुमसे मैं क्या उम्मीद करूँ

वो सर तुम उनके काँधे हो
तुम हो सोच के निर्भय जीना
जान की बाजी सट्टा है
            तेरी धौंस तेरी पूँछ दिखे
            गले में खादी पट्टा है
            उन छह मैं शामिल तुम भी थे
            ये काम तो है हमदर्दों का

ये काम तो नेता नेता तेरा है
तेरी कौम के थे वो छह  के छह
दो हजार दो- बयानबे मैं
तुम खुद सलवारें खींच रहे थे
और पेड़ गिरा जब चौरासी में
उस आड़ में कैसे लीच बने थे
Culture: Mai Meri Main Ni Darna

तूने इनको दाना डाला
ये तेरे पाप की झाँकी है
सब तेरी चक्की खाने वाले
ये तेरे संगी साथी हैं
घड़ियाल बना तू झंडा अपना
तू बाप है कैसे कैसों का
उन छह में शामिल तुम भी थे
ये काम तो है हमदर्दों का

देश मेरा आजाद मैं सुणया
फिर मैं क्यूँ करां गुलामी
ना में सुपने देखे राजा
ना मैं बणना राणी

            माँ नी मेरी मिट्टी मूरत
            मैं नी गूँगा पत्थर बणना
            फड़के जुत्ती हाथ बिच खड़ना
            मैं ता अक्खा बंद कर तुरना
            डुब डुब जाणा मैं नी तरणा
            मैं ता अक्खा बन्द कर तुरना
मैंने सुना देश आजाद है
फिर मैं क्यू कर गुलामी करूँ
ना मैंने अपने लिये सपने में कोई राजा देखा
ना मुझे रानी बनना है

माँ तो मेरी मिट्टी की मूरत है
(मगर) मैंने गूँगा पत्थर नहीं बनना
जूती हाथ में ले खड़ी रहूंगी
मैं आँखें बंदकर चलती रहूंगी

मेरी माँ मुझे नहीं डरना
तुझ जैसा मुझे नहीं बनना

और तुम जो मेरे आस पास हो
लगातार ये करते जाओ
वारदात जब हो जाये
Culture: Mai Meri Main Ni Darna

            बहस करो पहाड़ गिराओ
            तुम पर कोई अपराध हुआ तो
            सिर्फ जान पे बन आती है
            मुझ पर कोई हमला हो तो
            इज्जत बीच में क्यों आती है
            है बराबरी की लड़ाई ये
            गिन्ती होने की जिन्दों में
            मत छुपाओ इस बड़े घाव को
            जिस्म के ढाई इंचों मैं

देख माई नी मैं लड़ के आई
कल्ली ओ छ पर ना डर के आई
हथ जदों लाया ओनू वड्या
हथ जदों लाया ओनू वड्या
लड़ी मैं जद ताई ओ ना थक्या
लड़ी मैं जद ताई ओ ना थक्या
            थुक्या ओदे मुँह ते थुक्या
            थुक्या ओदे मुँह ते थुक्या
            थुक्या ओदे मुँह ते थुक्या
            थुक्या ओदे मुँह ते थुक्या

देख माँ मैं लड़ के आई
मैं अकेली वे छ: पर नहीं डरी
जो भी हाथ मुझे छूने को बढ़ा उसे मैंने काट खाया
जो भी हाथ मुझे छूने को बढ़ा उसे मैंने काट खाया
मैं तब तक लड़ी जब तक वो थक नहीं गये
मैं तब तक लड़ी जब तक वो थक नहीं गये
थूका उसके मुँह पर थूका
थूका उसके मुँह पर थूका
थूका उसके मुँह पर थूका
थूका उसके मुँह पर थूका
नाज है मुझको अपने ऊपर
बेबस उनको कर के आई
बेबाकी से हँसने आई
मैं तो वापस बसने आई
माँ मेरी मैं नी मरणा….. माँ मुझे मरना नहीं है
Culture: Mai Meri Main Ni Darna

you tube से साभार
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